किसी भी समस्या को बारीकी से समझना और उसका सही अर्थ निकालना समझ कहलाता है। Understanding, Power of understanding, रिश्ते में समझ कैसे बढ़ाएं, किसी भी समस्या का समाधान खोजने के लिए जो समाधान शांत मन से आता है और अच्छी तरह से उसे समझा जाता है, वह वास्तविक समझ के अंतर्गत आता है।
इसमें सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हमारे सामने वाले व्यक्ति का हमसे बात करने का क्या इरादा है, अगर आप इसे समझते हैं, तो आपकी अधिकांश समस्याएं हल हो जाती हैं और हमारी समझ का स्तर बढ़ने लगता है।
एक-दूसरे की बातों को समझना और फिर जवाब देना, यही है इंसान की असल समझ, पहले हमने उनकी बातों को ध्यान से सुना और फिर बोला और जब हम किसी की बातों को ध्यान से सुन कर प्रतिक्रिया देते हैं, तो हमारे शब्दों में शक्ति होती है, इसके अलावा जो कुछ भी ऊपरी स्तर पर हो रहा है, उसे पीछे छोड़कर सत्य तक पहुंचना सर्वोत्तम समझ कहलाता है।
Improve understanding meaning
बिना कुछ जाने वास्तव में आप जो विश्वास करते आए हैं, उसके आधार पर किसी भी चीज पर अपनी मुहर लगाना, कि यह सही है, यह गलत समझ है। आप अपनी समझ को सच तक पहुँच कर सुधार सकते है।
What is true understanding
समझ का मुख्य द्वार सत्य तक पहुंचना है, यदि कोई व्यक्ति पूरी तरह से सत्य पर आधारित है, तो आप कह सकते है कि उसने उच्चतम स्तर की समझ को हासिल कर लिया है।
ज्ञान और अनुभव के आधार पर समझ हासिल की जाती है, जब तक आप किसी चीज का अनुभव नहीं करते हैं, आपको उससे संबंधित ज्ञान नहीं मिलेगा, और तब तक आपकी समझ बहुत निचले स्तर पर होगी, इसलिए हमारी समझ को बढ़ाने के लिए ये दो चीजें बहुत जरूरी हैं ‘ज्ञान और अनुभव’ इसके बिना आप कुछ भी नहीं
यदि आपके पास किसी भी चीज से संबंधित ज्ञान और अनुभव नहीं है, तो आप में और जानवरों में कोई अंतर नहीं है क्योंकि एक समझ ही है जो हमें जीवन में आगे बढ़ने में मदद करती है।
How to increase understanding (समझ कैसे बढ़ाएं)
दूसरों से अपनी तुलना न करके खुद को समझना और गहराई में जाकर अपने मन को समझना यह समझने के लिए कि आप किसी चीज़ के बारे में कैसे सोचते हैं, इसके पीछे का सच क्या है, आप सच्चाई तक पहुँचने की यात्रा से अपनी समझ को बढ़ा सकते हैं।
और अगर किसी तरह की कोई समस्या आती है तो उसे हल करने के बाद भी आप अपनी समझ को बढ़ाते चले जाते हैं। और जब आप ऐसा करना शुरू करते हैं तो आपके दिमाग की परत हटती चली जाती है। और आपकी समझ धीरे-धीरे बढ़ती जाती है। और इसे उच्चतम स्तर तक उठाने के लिए आपको स्वयं को जानना होगा और जब आप स्वयं को अच्छी तरह से जानते हैं तो आपके पास जानने के लिए कुछ भी नहीं बचता है। क्योंकि जिसने खुद को अच्छी तरह से जान लिया है, उसने पूरी दुनिया को जान लिया है, अब उसके पास जानने के लिए कुछ भी नहीं बचा होता इसके बाद वह चाहे तो अपने ज्ञान और अनुभव को दूसरों के साथ साझा कर उनके ज्ञान और अनुभव को बढ़ा सकते है।
समझने की शक्ति
किसी भी स्तर की समस्या को हल करने से समझने की शक्ति बढ़ने लगती है और जब आपके अंदर समझने की शक्ति आ जाती है तो आप धीरे-धीरे हर समस्या का समाधान निकालने लगते हैं और ऐसा करने से आपकी सोचने समझने की शक्ति और भी अधिक हो जाती है।
किसी भी व्यक्ति की सकारात्मक सोच, समझने की शक्ति को कई गुना बढ़ा देती है। क्योंकि यह किसी भी समस्या का समाधान खोजने में सहायक होती है और यह हमारी सोचने और समझने की शक्ति को पक्का करती रहती है।
और किसी भी बात को समझने के लिए जो कुछ भी पहले से आपके दिमाग में भरा हुआ है उसे खाली करना होगा, तभी आप कुछ नया सोच और समझ पाएंगे, यानी कुछ भी समझने के लिए हमें किसी भी तरह का विचार नहीं करना चाहिए क्योंकि जब कोई विचार नहीं होता है, तो ही आप कुछ नया विचार अपने अंदर रख सकते हैं और कुछ भी आसानी से समझ सकते हैं। जैसे आप भरे गिलास में ज्यादा पानी डालोगे तो बहेगा लेकिन खाली रहेगा तो पानी आसानी से आ जाएगा।
व्यक्ति का अर्थ समझें (Understanding Person Meaning )
अगर आपको किसी समस्या को हल करने में अधिक समय या अधिक प्रयास करना पड़ रहा है, तो समझ लें कि आपकी समझ उतनी ही कमजोर है। अगर समस्या बड़ी है तो उस स्थिति में हो सकता है कि आपको अधिक समय या अधिक काम करना पड़े, तो ऐसी स्थिति में यह नहीं कहा जा सकता कि आपकी समझ कमजोर है। लेकिन समस्या जो बड़ी नहीं है और आपको लगता है कि यह बहुत बड़ी है तो समझ लें कि आपकी समझ कमजोर है।
अगर आपको किसी चीज को हल करने में कम समय या कम मेहनत लगती है, तो समझ जाए कि आपकी समझ उतनी ही मजबूत है। किसी भी व्यक्ति की समझ जानने के लिए आप उसे किसी भी प्रकार की समस्या देकर समस्या का समाधान करने के लिए कहे इससे व्यक्ति की समझ का स्तर पता चल जाएगा
Understanding Synonyms
समझ, समझदार, अबोध, ग्रहणशक्ति, समझना, समझौता, जानना, बूझ, प्रज्ञा, ज्ञप्ति, मेघा, सुबोध, समझ में आनेवाला, साफ़, साफ़-जाहिर
किसी बात पर समझ
किसी भी चीज़ में आपकी समझ कितनी गहरी है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपका ज्ञान और अनुभव किसी भी चीज़ के बारे में कितना गहरा है।
शिक्षा में समझ क्या है? (What is understanding in education)
शिक्षा में हमें पुस्तक से संबंधित जो जानकारी दी जाती है उसे शिक्षा कहते हैं, लेकिन यह शिक्षा एक स्तर तक महत्वपूर्ण है। शिक्षा से संबंधित जो भी जानकारी हमारे अंदर भरी होती है, वह हमारा आंतरिक ज्ञान नहीं है और इसका आधार तय करता है कि हमारी समझ किस स्तर पर है, बल्कि शिक्षा से संबंधित ज्ञान सैद्धांतिक है जो कुछ खास नहीं है।
रियल ज्ञान व समझ जो होता है वह एक्सपीरियंस व उस टॉपिक के नॉलेज से आता है जिसे हम जानना चाहते है इसके आलावा लाइफ में हर चीज़ को observe करने व बड़े ही साइलेंट तरीके से step by step हर चीज़ को समझने से जो समझ आती है उसे रियल एजुकेशन कहते है.
समझ का उदाहरण
समझ वही सही है जो तर्क और तथ्य पर आधारित है। उदाहरण – यदि आपके पास कोई जानकारी है और वह जानकारी तर्क और तथ्य पर आधारित नहीं है, तो उस जानकारी से संबंधित आपकी समझ सही नहीं है।
What is understanding its importance
समझ का महत्व बहुत महत्वपूर्ण है, इसके बिना किसी भी प्रकार का संचार झगड़े की तरह है, जीवन को खुशहाल जीने के लिए समझ का होना और कुछ खोजने के लिए समझ बहुत जरूरी है।
किसी भी चीज के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए इसका होना बहुत महत्वपूर्ण है, इसके बिना सत्य तक नहीं पहुंचा जा सकता, सही समझ से ही सत्य तक पहुंचा जा सकता है।
समझ का महत्व (importance of understanding)
आपको समझने की 5 महत्वपूर्ण बातों के बारे में बताया जाएगा, जो मुख्य हैं।
- एक दूसरे को समझने के लिए एक दूसरे के भीतर समझ का होना बहुत जरूरी है।
- अगर समझ को गहराई से समझा जाए तो हर समस्या का समाधान हो सकता है।
- यह हमारे जीवन को आसान बनाता है।
- इसके जरिए हम किसी से भी अच्छी तरह से बातचीत कर सकते हैं।
- समझ हमारे दिमाग को पूरी तरह से शांत कर देती है, इससे हमें एक सुखी जीवन जीने को मिलता है।
समझ के प्रकार (types of understanding)
इसके 3 प्रकार हैं जिन्हें आपको जानना आवश्यक है।
-
उच्च स्तर
-
निम्न स्तर
-
मध्यम स्तर
उच्च स्तर – उच्च समझ हमें हर झगड़े से बचाती है, मन के स्तर पर हमें पूरी तरह से मुक्त करती है।
मध्यम स्तर – समझ का मध्यम स्तर हमारे दिमाग में मध्यम संघर्ष करता ही रहता है और किसी भी जानकारी से संबंधित मध्यम समझ होती है तो यह हमें दिमाग के स्तर पर पूरी तरह से मुक्त नहीं करता है।
निम्न स्तर – इसमें मन के स्तर पर बड़े-बड़े झगड़े हमारे दिमाग में होते हैं, यह हमें मन के स्तर और साइकोलॉजिकल लेवल पर पूरी तरह से बांध देती है।
रिश्ते में समझ कैसे बढ़ाएं
किसी रिश्ते में आप अपनी समझ को कई तरह से बढ़ा सकते हैं।
- अपनी समझ को बढ़ाने के लिए सबसे पहले आपको खुद को समझना होगा और जब आप खुद को समझेंगे तो आप अपने रिश्ते को बहुत अच्छे से समझने लगेंगे।
- इसके अलावा आपको अपने साथ रहने वाले व्यक्ति को भी अच्छी तरह से समझना होगा कि वह क्या चाहता है या चाहती है, किसमें उसकी खुशी है, उसे किस तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, जब आप इसे देखना और समझना शुरू कर देंगे, तो आपकी रिलेशनशिप में समझ बढ़ने लग जाएगी
- और एक दूसरे के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताने से एक दूसरे के प्रति आपकी समझ बढ़ेगी। क्योंकि इससे आपके सामने वाले की सोच का पता चलता है जिससे आप दोनों एक दूसरे को आसानी से समझने लगते हैं।
- आप अपने रिश्ते में अपनी समझ को तब तक नहीं बढ़ा सकते जब तक आप मनोवैज्ञानिक और शारीरिक स्तर पर फिट नहीं हो जाते, आपको इन दोनों चीजों को बनाए रखना होगा, तभी आप अपने रिश्ते को बनाए रख पाएंगे।
- अगर आप किसी के साथ रिलेशनशिप में हैं तो दूसरे व्यक्ति से सिर्फ वही बात करें जो उसे पसंद है न कि सिर्फ आपको।
Improve understanding meaning
छोटी-छोटी समस्याओं को हल करने से आपकी समझ बेहतर होने लगेगी और इसे सुधारने के लिए आपके पास शब्द होना चाहिए ताकि आप आसानी से अपने आप से संवाद कर सकें क्योंकि जब आपके पास शब्द होते हैं, तो आप अपने आप से संवाद करके आसानी से अपनी समझ में सुधार कर सकते हैं।
पढ़ने में समझ कैसे सुधारें
जब भी आप पढ़ते हैं तो आप अपने दिमाग में उससे संबंधित छवि बना ले। और आप अपनी पढ़ाई को किसी न किसी चीज से जोड़ दें क्योंकि इससे आप अपनी पढ़ाई को अच्छे से समझ पाएंगे और आपकी खुद की समझ भी बढ़ने लग जाएगी
Hiii vikash Modi this is nice blog post